यह आँखें यह काजल यह बिंदिया यह आँचल
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
यह आँखें यह काजल यह बिंदिया यह आँचल
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
खिलती सुबहों से ढलती शामों से
मेरे अपनों से और बेगानों से
पूछता हूँ मैं क्यों बार बार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
कहती यह मेरे दिल की लगी यह लगी यह लगी यह लगी
तुझसे ही मेरी यह ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी
यह यादों का मौसम यह बेचैन धड़कन
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
यह आँखें यह काजल यह बिंदिया यह आँचल
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
तुझसे ही है मेरे रात दिन रात दिन रात दिन
कुछ भी नहीं मैं तेरे बिन तेरे बिन तेरे बिन तेरे बिन
यह एहसास गहरा यह चाहत का पहरा
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
यह आँखें यह काजल यह बिंदिया यह आँचल
करे क्यों मुझे बेकरार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
खिलती सुबहों से ढलती शामों से
मेरे अपनों से और बेगानों से
पूछता हूँ मैं क्यों बार बार
तुम्ही से यह दिल मेरा करता है क्यों इतना प्यार
Introduction ................Under Construct ....
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